कोरोना वायरस (CoronaVirus) COVID-19 क्या है? | What Is CoronaVirus, COVID-19

Anmol Hindi
10 min readMar 27, 2020

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नमस्कार, आज हम बात करने वाले हैं भयानक बीमारी कोरोनावायरस (CORONAVIRUS) के बारे में, हाल ही में WHO (World Health Organisation) ने इसे COVID-19 का नाम दिया। इसलिए इसे COVID-19 के नाम से भी जाना जाता है यह बीमारी इतनी घातक है कि इसे महामारी का नाम दे दिया गया है।

आपने आज से कुछ समय पहले पूरे देश में हैजा फैल गया था ये उस समय एक महामारी थी लेकिन आज के समय में कोरोनावायरस (CoronaVirus) एक महामारी है।
सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, फेसबुक और कई सारे सोशल प्लेटफॉर्म से हमारे पास कोरोनावायरस (CoronaVirus) के बारे में अनेक प्रकार की जानकारियां आती है उनमें से कुछ सही भी होती हैं और कुछ बिल्कुल गलत, इस सही गलत के चक्कर में लोगों के जीवन तथा स्वास्थ्य में बहुत असर पड़ा है, लोगों में एक डर का माहौल बन गया है आज लोगों को यह लगने लगा है कि अगर उनको यह बीमारी हो जाएगी तो उनका बचना नामुमकिन है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है यह केवल कुछ लोगों द्वारा फैलाई जाने वाली अफवाह हैं।
तो चलिए कोरोनावायरस (CoronaVirus) COVID-19 के बारे में विस्तार से जानते हैं।

कोरोनावायरस का सबसे पहला मामला चीन के Wuhan शहर से आया जब Outbreak हुआ था तो कुछ लोग वहां पर घूमने के लिए गए हुए थे कुछ लोग अपने किसी बिजनेस के काम से गए थे और कुछ लोग अपनी पढ़ाई के लिए।
उसके बाद जब वह वापस आए तो यह वायरस उनके साथ एक देश से दूसरे देश और दूसरे देश से तीसरे देश, इस तरह से यह वायरस पूरी दुनिया में फैलते गया।

कोरोनावायरस क्या है? What is CoronaVirus COVID-19

कोरोनावायरस अनेक प्रकार के विषाणुओं (Virus) का समूह है यह वायरस पक्षियों में रोग उत्पन्न करता है मानव में इसका संक्रमण सीधे फेफड़ों पर होता है इसके कारण मनुष्य के श्वसन तंत्र में संक्रमण पैदा हो सकता है।

जब या वायरस किसी व्यक्ति में प्रवेश कर जाता है तो उसमें सर्दी जुकाम सांस लेने में तकलीफ खांसी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं और उनमें यह सभी लक्षण दिखने लगते हैं।

कोरोना वायरस CoronaVirus COVID-19 कैसे फैलता है-

आप में से कई लोगों का सबसे पहला सवाल यही होगा कि आखिर कोरोनावायरस फैलता कैसे हैं और इसे लेकर कई लोगों में अनेक प्रकार की दुविधा है इसलिए मैं आपको बता दूं कि यह वायरस नजदीकी संपर्क यानी Close Contact से फैलता है सांस के जरिए, यह वायरस हमारे नाक से होते हुए सीधे हमारे फेफड़ों तक पहुंचता है और फेफड़ों में आसानी से चिपक जाता है यह वहीं पर बढ़ना शुरू हो जाता है और उसके बाद से नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है।

आप में से कई लोगों के मन में यह सवाल भी होंगे कि अगर यह वायरस भोजन के जरिए सीधे हमारे पेट में जाए तो क्या होगा,

तो इसके लिए मैं आपको बता देना चाहता हूं कि अगर यह वायरस भोजन के जरिए पेट में जाएगा तो पेट में Acid Production यानी एसिड उत्पादन होता है जिसके कारण यह पेट में ही मर जाता है तो इसका साफ मतलब यह हुआ है कि यह वायरस खाने से नहीं फैलता है।

इसके साथ ही एक सामान्य बात यह भी है की आप जो भी खाना बनाएं उसे पूरी तरह पकाकर ही खाएं।

अब यहां पर एक बात यह आती है कि कोरोना वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में कैसे फैलता है तो चलिए इसके बारे में जान लेते हैं, जब एक कोरोनावायरस पीड़ित व्यक्ति खांसता है तो सामान्यतः खांसने के दो तरीके होते हैं एक तो वह व्यक्ति हवा में खांसी कर सकता है और दूसरा अपने मुंह पर हाथ रख कर खांस सकता है दोनों ही स्थिति में यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है चलिए जानते हैं कैसे-

जब भी कोरोनावायरस पीड़ित व्यक्ति हवा में खांसता है तो वह वायरस उसके मुंह से एक या डेढ़ मीटर की दूरी पर नीचे की तरफ चला जाएगा अगर उस दूरी में उसके आसपास कोई व्यक्ति है तो वह वायरस उसके हाथ में या मुंह पर चिपक जाएगा।

अगर कोरोनावायरस पीड़ित व्यक्ति अपने हाथ पर खांसी करता है तो वह वायरस उसके हाथ में लग जाएगा अब मान लीजिए वह व्यक्ति अपने घर में बैठा है और उसने पानी पीने के लिए गिलास को पकड़ा तो वह वायरस गिलास में जाकर चिपक जाएगा या फिर फ्रिज खोला तो वह फ्रिज में भी चिपक जाएगा या किसी अन्य वस्तु पर हाथ रखेगा तो वह वायरस वहां भी रह जाएगा और अगर वह व्यक्ति बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बटन को छूता है या किसी भी अन्य चीज को छूता है तो उस बीच अगर कोई दूसरा व्यक्ति उसी चीज को छू लेता है तो वह वायरस उस व्यक्ति तक भी पहुंच जाएगा और हमारी एक सामान्य आदत होती है कि हम कई बार अपने हाथों से अपने गाल को छूते हैं या अपने मुंह को छूते हैं या अपने नाक को छूते हैं तो इस स्थिति में यह वायरस आसानी से दूसरे व्यक्ति को भी हो जाएगा।
क्योंकि आपने अपनी नाक को छुआ या मुंह को छुआ तो वह वायरस सीधे आपके फेफड़ों तक पहुंच जाएगा और आपके स्वास्थ्य को खराब करना शुरू कर देगा।

ठीक इसी प्रकार यह वायरस छींकने से भी फैलता है।

बहुत से लोगों में यह भी भ्रम है कि यह वायरस हवा में भी फैलता है लेकिन मैं आपको यह साफ-साफ बता देना चाहता हूं कि यह वायरस हवा में नहीं फैलता है जैसा कि मैंने आपको पहले ही बता दिया है कि अगर कोई व्यक्ति खांसता है या छींकता है तो वह वायरस एक से डेढ़ मीटर की दूरी पर जाकर नीचे की तरफ चला जाता है इसलिए यह वायरस हवा में बिल्कुल भी नहीं फैलता।

कोरोनावायरस से पीड़ित व्यक्ति के अंदर क्या-क्या लक्षण दिखने लगते हैं-

इसका सबसे पहला लक्षण है-

  • सर्दी जुकाम और उसके साथ सूखी खांसी तथा बुखार का आना।
  • सांस लेने में तकलीफ।
  • गले में खराश।
  • इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को हल्की उल्टी आने का मन भी हो सकता है।

धीरे-धीरे ये लक्षण वक्त के साथ और ज्यादा बढ़ते जाएंगे।

लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि अगर किसी को भी सर्दी जुकाम है तो वह व्यक्ति उस वायरस से पीड़ित है।

इसके लिए आपको अपने 10 से 15 दिन पहले का इतिहास देखना होगा कि आप कहां कहां गए थे, क्या आप किसी ऐसी जगह गए हैं जहां कोरोनावायरस होने के अधिक चांस से थे या जहां यह वायरस बहुत ज्यादा फैला हुआ हो या फिर आप किसी ऐसे व्यक्ति से तो नहीं मिले जिसमें आपको यह लक्षण दिखे हों।

अब तक इस बीमारी के लक्षण बच्चों में नहीं देखे गए हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चे पूरी तरह सुरक्षित हैं।

ज्यादातर बड़े लोगों में इस बीमारी का असर देखा गया है नौजवान और स्वस्थ लोग इस वायरस को आसानी से बर्दाश्त कर सकते हैं।

लेकिन जिनकी उम्र 60 या 70 वर्ष या फिर इससे ज्यादा है और उन्हें कोई अन्य बीमारी जैसे मधुमेह आदि है तो उनके लिए इस बीमारी को बर्दाश्त करना काफी मुश्किल होगा।

उम्र के साथ और बाकी बीमारियों के साथ मनुष्य का इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर हो जाता है इम्यून सिस्टम का मतलब हमारे शरीर की अपनी शक्ति होती है बीमारियों से लड़ने की जिसे हम सामान्य भाषा में रोग प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं।

अगर किसी व्यक्ति में यह सभी लक्षण आ जाए तो आगे क्या करना चाहिए-

आप सबसे पहले इस CENTRAL HELPLINE NUMBER — +91–11–23978046 पर कॉल कीजिए यह हेल्पलाइन नंबर भारत सरकार की तरफ से है आप इस नंबर पर कॉल कीजिए और अपने लक्षणों के बारे में बताइए।
Health Authority के लोग आपसे बात करेंगे और आपको सही मशवरा देंगे जरूरत पड़ने पर वह आपके दिए गए पते पर आएंगे और आप की जांच करेंगे।

अगर उन्हें सभी लक्षण इस वायरस के लगेंगे तो वह आपके गले से swap culture लेकर जांच के लिए जाएंगे।

फोन नंबर के अलावा हर राज्य में कुछ खास सरकारी अस्पताल है जिन्हें इस इंफेक्शन का खास सेंटर बनाया गया है आप वहां पर जा सकते हैं और अपनी जांच निशुल्क करा सकते हैं।

मान लीजिए किसी व्यक्ति में यह लक्षण Positive पाए जाते हैं तो इस स्थिति में उस व्यक्ति को बिल्कुल भी घबराना नहीं है क्योंकि 80 से 85% हल्के लक्षण पाए जाते हैं अगर उस व्यक्ति में हल्के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे 2 हफ्ते के लिए Isolation Ward में रखा जाएगा।

अब हमने यहां Isolation की बात करी है तो चलिए इसके बारे में थोड़ा विस्तार से जान लेते हैं कि आखिर Isolation होता क्या है-

Isolate होने का नाम सुनकर लोगों में एक डर सा बन गया है वह सोचते हैं कि उन्हें किसी जेल में बंद कर दिया जाएगा या पूरी दुनिया से उन्हें अलग कर दिया जाएगा।

इस डर की वजह से वह ना तो किसी अस्पताल में जा रहे हैं और ना ही किसी डॉक्टर से मिल रहे हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है आपने सुना होगा कि जिस भी व्यक्ति में यह सभी लक्षण दिख रहे थे उन्हें डॉक्टर ने isolate होने के लिए कहा लेकिन बहुत सारे मरीज वहां से भाग गए कृपया ऐसा बिल्कुल भी ना करें Isolation का मतलब है कि आपको एक खास रूम में दो हफ्तों के लिए रखा जाता है।
आपके 2 हफ्ते Isolate रहने से सैकड़ों लोगों की जान बच सकती है आपका परिवार सुरक्षित रह सकता है और 2 हफ्ते के बाद आप अपने आम जिंदगी आराम से जीने लगेंगे।
ये बीमारी एक इंसान से दूसरे इंसान में बहुत तेजी से फैलती है इसका पहला केस दुनिया के सामने दिसंबर 2019 में आया था लेकिन आज 27 मार्च की सुबह तक पूरी दुनिया में 5,32,263 से ज्यादा लोगों की इस वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि की जा चुकी है।
दूसरे देशों को देखते हुए अभी भारत की स्थिति अच्छी है भारत में इस वायरस के कुल 724 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है लेकिन अगर हम समय रहते सावधानी नहीं बरतेंगे यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है।

हालांकि एक अच्छी बात यह है कि इस वायरस का Dath Rate 4% से भी कम है यानी अगर यह वायरस 100 लोगों में फैल जाए तो उनमें मृत्यु केवल 3 या 4 लोगो की हो सकती है।
वो 3 या 4 लोग जिसकी इस बीमारी से मृत्यु हो रही है उनका या तो इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर है या फिर वह बूढ़े हैं।

इस वायरस की चिंता का सबसे बड़ा विषय यह है कि इससे निपटने के लिए अभी तक कोई भी दवा तैयार नहीं की जा सकी है।

कोरोनावायरस को फैलने से कैसे रोका जाए-

जैसा कि मैंने आपको पहले ही बता दिया है यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में काफी तेजी से फैलता है इसका एकमात्र रास्ता केवल यह है कि जो भी व्यक्ति इस वायरस से पीड़ित है उसे Isolate किया जाए, जिससे यह वायरस किसी दूसरे व्यक्ति तक नहीं पहुंचेगा।

Isolation और लोगों से दूरियां रखने से ही इस वायरस को आगे फैलने से रोका जा सकता है।

कोरोना वायरस से बचने के लिए हमें क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए-

अभी तक इस Virus से बचने के लिए कोई Vaccine या कोई अन्य दवाई तैयार नहीं की जा सकी है।
इस वायरस से बचने के लिए हमें सबसे पहले अपनी लाइफ स्टाइल को बदलना होगा।

  • हर बात पर हम अपना हाथ अपने मुंह, अपने गाल, अपने नाक पर लगाते हैं हमें अपनी इस आदत को सुधारना होगा।
  • हम में से कई लोग अपने हाथों पर खांसी करते हैं लेकिन अब आपको इसमें भी बदलाव करना होगा आप जब भी खांसी करें तो अपने बाजुओं पर ही करें। यह वह जगह है जहां आप बार-बार अपने हाथों से छूते नहीं है और बाद में अपने कपड़ों को भी आसानी से बदल सकते हैं।
  • अगर आपको सर्दी या जुकाम है तो कृपया अपने मुंह पर मास्क अवश्य लगाइए इससे आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते हैं।
  • अगर आप बाहर किसी पब्लिक एरिया में जा रहे हैं तो कृपया मास्क अवश्य लगाइए।
  • सैनिटाइजर या साबुन से लगातार हाथ धोते रहिए, सैनिटाइजर सभी के पास होना थोड़ा मुश्किल है लेकिन साबुन हर किसी के घरों में होता है तो कृपया करके कम से कम 20 सेकंड तक अपने हाथ साबुन से जरूर धोएं।
  • अगर आप किसी बाहर के एरिया से अपने घर के अंदर जाते हैं तो अपने कपड़े अवश्य बदले क्योंकि यह वायरस 8 घंटों तक आपके कपड़ो पर जीवित रह सकता है।
  • अपने आप को भीड़ में जाने से रोकिए जिस जगह पर अत्यधिक लोग हों उस जगह पर जाने से परहेज करें चाहे वह शादी की भीड़ हो, धार्मिक भीड़ हो या राजनीतिक भीड़ हो। क्योंकि उस जगह पर जाना कोरोनावायरस को आमंत्रण देना है।
  • हाथ मिलाना और गले मिलना फिलहाल के लिए बंद करिए।
  • सभी इंसान से 1 या 2 मीटर की दूरी बनाए रखें।
  • सबसे ज्यादा अच्छा है कि अपने आप को कुछ दिनों के लिए लॉक डाउन कर लीजिए।
  • ज्यादा से ज्यादा पका हुआ खाना खाइए और गर्म पानी पीजिए।

सबसे बड़ी बात इस बीमारी को हल्के में ना लीजिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अभी कुछ दिन पहले ही 14 अप्रैल तक पूरे भारत में लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा की है हमें उनके इस फैसलेे का सम्मान करना चाहिए।
क्योंकि घर पर रहकर ही इस वायरस को फैलने से रोका जा सकता है और पूरी तरह खत्म भी किया जा सकता है।

इस वायरस से बचने का दूसरा और कोई विकल्प मौजूद नहीं है।

ऊपर दी गई जानकारी अगर आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों को भी शेयर करें जिससे उन्हें भी इसके बारे में सही और सटीक जानकारी प्राप्त हो सके।
और अगर आपकी कोई समस्या या सुझाव है तो हमें नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Originally published at https://www.anmolhindi.com.

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